भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि राजनीति में भी सब की अपनी-अपनी भूमिका होती है। कोई विकास के लिए जाना जाता है, तो कोई विनाश के लिए। किसी की पहचान ईमानदारी से होती है, तो किसी की भ्रष्टाचारी के रूप में। कोई गंभीरता के लिए जाना जाता है, तो कोई अपनी मसखरी के लिए। लालू की भी राजनीति में खास पहचान है, वह है मसखरा के रूप में। अब राजनीति में यही पहचान तेजस्वी बनाना चाह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कहावत है, ‘जैसा सूत, वैसा फेंटा, जैसा बाप वैसा बेटा।’ राजनीति में तेजस्वी के आदर्श उनके पिता हैं, तो सहज ही समझा जा सकता है कि तेजस्वी की राजनीति कैसी होगी। उन्होंने कहा कि मुंगेर संसदीय सीट से राजद प्रत्याशी कुमारी अनिता के पक्ष में लखीसराय में आयोजित चुनावी सभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मिमिक्री कर तेजस्वी ने बता दिया कि वे अपने पिता के नक्शे कदम पर हैं। तेजस्वी अपने पिता की तरह ही मसखरी कर भीड़ जुटाना चाहते हैं। लेकिन, तेजस्वी में न तो तेज और न ही कोई यश। यहीं वजह है कि वे पहले दसवीं फेल हुए, फिर एक क्रिकेटर के रूप में फिसड्डी रहे और अब राजनीतिक पारी में भी उनका सूपड़ा साफ होना तय है। अब तेजस्वी को अपने नाम के साथ ‘फेल्योर’ जोड़ लेना चाहिए। क्योंकि, तेजस्वी किसी पारी में सफल नहीं रहे। मिश्र ने कहा कि इस बार का चुनाव तो तेजस्वी और उनके सहयोगी दलों के लिए सबसे बड़ी हार लेकर आया है।