अब यह तय हो गया है कि बिहार में विधानसभा की चार सीटों पर उपचुनाव होगा। इसके अलावा राज्यसभा की दो सीटें और विधान परिषद की एक सीट पर भी उपचुनाव होना तय हो गया है। इसके साथ ही खाली हुए इन पदों को जल्द भी भरने की कवायद शुरू होगी।
दरअसल, इस बार के लोकसभा चुनाव में राजद के दो विधायक रामगढ़ के सुधाकर सिंह बक्सर से और बेलागंज के सुरेन्द्र प्रसाद यादव जहानाबाद से का चुनाव जीते हैं। इस कारण रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र और बेलागंज में उपचुनाव होना तय है। वहीं, हम के संरक्षक व पूर्व उपमुख्यमंत्री जीतन राम मांझी इमामगंज (सुरक्षित) के विधायक हैं। मांझी गया (सुरक्षित) लोकसभा सीट से चुनाव जीते हैं। ऐसे में इमामगंज में उपचुनाव होना तय है। इसी तरह तरारी के विधायक सुदामा प्रसाद आरा से लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं। इस कारण तरारी में उपचुनाव होना तय है।
इसके अलावा राजद की डॉ. मीसा भारती और भाजपा के विवेक ठाकुर का कार्यकाल अभी बचा हुआ है। ऐसे में मीसा और विवेक ठाकुर के बचे हुए कार्यकाल के लिए जल्द ही उपचुनाव होंगे। उधर, विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर भी सीतामढ़ी लोकसभा के लिए चुने गए हैं। वे तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से 2020 में विधान पार्षद बने थे। इनके लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के कारण तिरहुत स्नातक निर्वाचन के लिए उपचुनाव होगा। इसके अलावा विधान परिषद को नए सभापति भी मिलेंगे।