बिहार का मौसम अचानक बदल गया है. पिछले कुछ दिनों से मौसम ने करवट ली. बारिश- आंधी का पूर्वानुमान मौसम विभाग की ओर से जारी किया गया था. इधर, दो दिनों से मौसम का मिजाज इस कदर बदला है कि जहां एकतरफ लोगों ने राहत की सांस ली तो वहीं दूसरी तरफ बदले हुए मौसम ने तबाही भी मचायी है. आंधी और ठनके की चपेट में आकर आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत अबतक हो चुकी है. आंधी से कई झोपड़ियों के छप्पर उड़ गए जिससे कई परिवार तबाह हो गए हैं.
बुधवार को पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, नवादा और वैशाली में ठनके की चपेट में आकर पांच लोगों की मौत हो गयी. वहीं आधा दर्जन से अधिक लोग ठनके की चपेट में आकर झुलस गए जिन्हें इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती किया गया है. वैशाली जिले के राघोपुर अंतर्गत पहाड़पुर पश्चिमी पंचायत में आकाशीय बिजली गिरने से एक पशुपालक और उसके भैंस की भी मौत हो गयी.
इससे पहले गया में मंगलवार को एक ही प्रखंड क्षेत्र में तीन अलग-अलग जगहों पर ठनके गिरे और तीन लोगों की मौत इसकी चपेट में पड़कर हो गयी. जबकि एक दर्जन से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती किए गए जो वज्रपात की चपेट में आकर झुलस गए हैं. गया के फतेहपुर प्रखंड में तीन जगहों पर आकाशीय बिजली गिरी थी. एक महिला समेत तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी थी. सलैया कलां पंचायत में हाट के दौरान बारिश होने लगी तो लोग एक नीम के पेड़ के नीचे जमा हुए. इसी दौरान पेड़ पर ठनका गिर गया और दर्जन भर लोग इसमें जख्मी हो गए.
बांका जिले के कटोरिया, चांदन, जयपुर एवं आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार की रात को तेज आंधी आयी और कई घरों के छप्पर उड़ गए. एस्बेस्टस से बनी घर की छावनी उजड़ गयी. वहीं कई जगहों पर पेड़ की मोटी-मोटी टहनियां भी टूट कर गिरी.